दिपक पोखरेल, दमक, झापा
फेरी आँखा झिम्क्याएर के गरेकी हत्तेरिका
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(तल्लो कोठा मेरो थियो, माथिल्लोमा तिमी बस्थ्यौ) 2
दुनियाँको गाल पार्न के झरेकी हत्तेरिका
खान्न भन्दा पनि .................
फेरी आखा झिम्क्याएर .................
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(सँगै बस्दा गरुडको हुन्छु छाया परे जस्तो) 2
तेतै बस भन्दा एता के सरेकी हत्तेरिका
खान्न भन्दा पनि .................
फेरी आखा झिम्क्याएर .................
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(मन थाम्न सक्दिन म भन्ने कुरा थाहा छैन ?) 2
आणै भरी मग्मगाउँने के छरेकी हत्तेरिकाखान्न भन्दा पनि .................
फेरी आखा झिम्क्याएर .................
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अरे (जे जे भन्छौ त्यही मान्छु पढ्दै छु म पर्ख भन्दा) 2
आइया आइया जथाभाबी के मरेकी हत्तेरिका
खान्न भन्दा पनि .................
फेरी आखा झिम्क्याएर .................
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(सबै कुरा लेख्या छैन लेखे त यही गीत लेखें) 2
पछी बसी आहिले आँखा के तरेकी हत्तेरिका
खान्न भन्दा पनि रक्सी के भरेकी हत्तेरिका
फेरी आखा झिम्क्याएर के गरेकी हत्तेरिका
damij dipak ge hatterikaa hau ,,
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